आज हम सभी के पास में स्मार्टफोन उपलब्ध है और हम स्मार्टफोन का इस्तेमाल काफी ज्यादा करते हैं ऐसे में स्मार्ट फोन को चार्ज भी काफी ज्यादा करने की जरूरत होती है क्योंकि इसमें काफी ज्यादा फीचर होते हैं और AMOLED Display के होने के कारण बैटरी ज्यादा समय तक नहीं चल पाती है ऐसे में कुछ साल पहले की बात की जाए तो स्मार्ट फोन को चार्ज करने में काफी ज्यादा समय लगता था लेकिन टेक्नोलॉजी के विकास होने के साथ-साथ Fast Charging का फीचर आ गया है आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको Fast Charging Kya Hai? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे |
स्मार्टफोन कंपनियां अपने स्मार्टफोन को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है जहां पर आज अगर हम कोई स्मार्ट फोन खरीदते हैं तो उस में हमें बहुत से फीचर देखने को मिलते हैं और काफी ज्यादा बड़ी डिस्प्ले के साथ में भी मिल जाएंगे, ऐसे में बैटरी का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है इसलिए कंपनी को एक ऐसे विकल्प की जरूरत थी जिससे कि स्मार्ट फोन की बैटरी को जल्दी चार्ज किया जा सके|
वैसे अगर साधारण तरीके से स्मार्ट फोन की बैटरी को चार्ज किया जाए तो 2 घंटे तक का समय लगता है लेकिन फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ में बैटरी को सिर्फ 30 मिनट में ही फुल चार्ज कर सकते हैं |
हम यहां पर आपको बताएंगे, कि किन कंपनियों के द्वारा और कौन से स्मार्ट फोन में आपको फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है और यह भी बात करेंगे कि Fast Charging Kya Hai? और इसके अलावा यह भी जानेंगे कि फास्ट चार्जिंग किस प्रकार से काम करता है|
जिससे कि अगर आप कोई नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको उसके बारे में पता हो कि फास्ट चार्जिंग क्या है और क्या हमें एक फास्ट चार्जिंग वाले स्मार्टफोन को लेना चाहिए इन जैसे और भी सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट के माध्यम से आपके साथ में शेयर करेंगे |
Fast Charging Kya Hai?
अगर हम आपको यहां पर सरल भाषा में समझाने की कोशिश करे तो फास्ट चार्जिंग का मतलब होता है कि जल्दी चार्ज करने की जो टेक्नोलॉजी होती है उसे हम Fast Charging कहते हैं |
यहां पर हम आपको यह भी जानकारी देना चाहते हैं कि Fast Charging को Quick Charging भी कहा जाता है क्योंकि इन दोनों का मतलब एक ही होता है कि स्मार्टफोन की बैटरी को फास्ट चार्ज करना |
इसी के साथ में हम आपको बताना चाहेंगे, कि फास्ट चार्जिंग की जो टेक्नोलॉजी है उसे सबसे पहले Qualcomm के द्वारा विकसित की गई थी उसके बाद में दूसरी स्मार्टफोन कंपनियां भी ऐसी टेक्नोलॉजी को और भी ज्यादा विकसित करने में लग गए |
यहां पर हम आपको यह भी बता दें कि जो Qualcomm ने जिस टेक्नोलॉजी को सबसे पहले विकसित किया था उसे स्मार्टफोन की बैटरी को ज्यादा तेजी से चार्ज नहीं किया जा सकता था लेकिन दूसरी स्मार्टफोन कंपनियों ने इस टेक्नोलॉजी को और भी ज्यादा विकसित किया और आज हम किसी भी स्मार्टफोन को कुछ ही मिनटों में फुल चार्ज कर सकते हैं |
जैसे-जैसे स्मार्टफोन कंपनियों ने अपनी फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी को विकसित किया उसी प्रकार से उन्होंने अपने नाम भी रखती है जैसे कि आज फास्ट चार्जिंग को बहुत से अलग नामों से भी जाना जाता है VOOC Charger, Dash Charging इस के अलावा Flash Charging के नाम से भी जाना जाता है |
सभी स्मार्टफोन कंपनियों ने यहां पर अपने हिसाब से का चार्जिंग के नाम दिए हैं जिनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के बारे में हमने ऊपर बताया है आज अगर आप कोई भी प्रीमियम फोन को खरीदते हैं तो उसमें आपको फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है |
फास्ट चार्जिंग कैसे काम करता है?
फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी पूरी तरीके से VOLTE पर आधारित है यहां पर यह समझना काफी आसान है कि फ़ास्ट चार्जिंग किस प्रकार से काम करता है अगर हम साधारण चार्जिंग टेक्नोलॉजी की बात करें तो वहां पर 5 VOLT से हमारे स्मार्ट फोन को चार्ज करता है और फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी में 5 VOLT की जगह पर ज्यादा VOLT से फोन को चार्ज करता है |
यहां पर दो बातों का ध्यान दिया जाता है पहला तो Adapter जो कि VOLT को स्मार्ट फोन में भेजता है तो यहां पर सबसे पहले अगर फ़ास्ट चार्जिंग के लिए Adapter को इस तरीके से बनाया जाता है कि वह 5 वाल्ट की जगह पर ज्यादा वोल्टेज को स्मार्ट फोन के अंदर भेजें।
इसी के साथ स्मार्टफोन के अंदर भी काफी ज्यादा बदलाव करने की जरूरत होती है स्मार्ट फोन के अंदर फास्ट चार्जर टेक्नोलॉजी को लगाया जाता है जिससे कि वह 33 वर्ल्ड की तेजी से बैटरी को चार्ज कर सके और जिसे कि हम फास्ट चार्जिंग कहते हैं |
अगर यहां पर सरल तरीके से समझाने की कोशिश करें, तो फास्ट चार्जिंग किस प्रकार से काम करता है तो यहां पर फास्ट चार्जिंग के अंदर वोल्टेज को बढ़ाया जाता है और स्मार्टफोन इस प्रकार से बनाया जाता है कि वह बैटरी को ज्यादा वोल्टेज से चार्ज कर सके जिससे की बैटरी जल्दी चार्ज हो सके |
स्मार्टफोन में फास्ट चार्जिंग की जरूरत क्यों?
यह काफी ज्यादा अच्छा सवाल है कि स्मार्टफोन में फास्ट चार्जिंग की जरूरत क्यों है तो यहां पर हम आपको बता दें कि पहले स्मार्टफोन में 2000 mah की बैटरी ही आती थी इस लिए आसानी से चार्जिंग किया जाता था लेकिन जिस प्रकार से स्मार्टफोन की साइज बड़ी है और आज स्मार्टफोन में 6000mah तक की बैटरी आती है ऐसे में इतनी बड़ी बैटरी को चार्ज करने में काफी ज्यादा समय लग जाता है |
इस स्मार्टफोन कंपनी ने फास्ट चार्जिंग फीचर को लगभग सभी स्मार्टफोन में लगा दिया है अगर आप कोई भी नहीं स्मार्ट फोन करते हैं तो उसमें आपको जरूर फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट देखने को मिलता है और आपको इसके लिए कोई भी अलग से पैसे देने की जरूरत नहीं होती है |
अगर आपके फोन की बैटरी 6000 mah की है तो उसे साधारण चार्जिंग टेक्नोलॉजी से चार्ज करने में 4 घंटे तक का समय लग सकता है वहीं पर फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी की मदद से 1 घंटे के अंदर ही बैटरी को फुल चार्ज कर सकते हैं |
यहां पर एक सवाल आपके मन में जुड़े हो गया कि क्या फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी बिल्कुल सुरक्षित है तो यहां पर हम आपको बता दें कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि अगर बैटरी फास्ट चार्ज हो रही है तो वह बिल्कुल सुरक्षित है |
CONCLUSION
आज की इस पोस्ट में हमने Fast Charging Kya Hai? इसके बारे में पूरी जानकारी हिंदी में इस पोस्ट के माध्यम से शेयर कर दी है जहां पर हमें आपको बताया है कि फास्ट चार्जिंग किस प्रकार से काम करता है और आप इस स्मार्टफोन में आपको फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट देखने को मिलेगा |
यहां पर अगर आपको हमारी यह पोस्ट उपयोगी साबित लगी हो और आप इसी प्रकार से टेक्नोलॉजी के बारे में और जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध दूसरी पोस्ट को भी पढ़ सकते हैं जहां पर हमने काफी महत्वपूर्ण विषय के ऊपर विस्तार से जानकारी को शेयर किया है |